मित्रता हो वहाँ संदेह न हो


👉 मित्रता हो वहाँ संदेह न हो

🔴  एक फकीर बहुत दिनों तक बादशाह के साथ रहा बादशाह का बहुत प्रेम उस फकीर पर हो गया। प्रेम भी इतना कि बादशाह रात को भी उसे अपने कमरे में सुलाता।

👉 आगें पढें……. 

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