स्वयं का परिचय “Days-7 “


प्रश्नः लेकिन अगर हम साइंस की ही बात करें कि कई सिद्धांत हैं और हर सिद्धांत पर काम हो रहा है, इतने सालों से काम कर रहे हैं क्योंकि सबसे बड़ा सवाल बार-बार यही आता है कि मैं कौन हूँ? कहाँ से आया है ये ह्युमन शरीर “Human part”, ह्युमन माइंड “Human Mind “, ह्युमन बॉडी “Human Body” ? एक ये भी कहा जाता है कि केमिकल इवोल्युशन “Chemical Evolution” है और इस तरह से डेवलप “Develop “ होता गया कि ह्युमन काइंड “Human Kind” में कनवर्ट “Convert” होकर एक सुप्रीम बिइंग “Supreme Being “ बना है, एक दूसरी थ्योरि “Theory” जो कही जा रही है कि इंटेलिजेन्ट माइंड “Intelligent Mind” है कहीं जो सारे खेल को चला रहा है और हम उस खेल के पार्टधारी हैं।

उत्तरः यह अच्छा है कि हम सभी चीज़ों को जानें, स्ट्डी करें पर उससे भी अच्छा है कि हम उसका खुद पर प्रयोग करें नहीं तो सूचनाएं तो बहुत सारी हैं और इसीलिए हम इसे बिलीफ सिस्टम “Belive System” कहते हैं। इवोल्युशन थयोरि, ये भी एक बिलीफ सिस्टम है, जिसको आज साइंस भी चैलेंज कर देता है क्योंकि वो अभी तक पूरी तरह से साबित नहीं हुआ है। तो सारी चीजें एक थ्योरि हैं, एक बिलीफ सिस्टम है, उसको खुद के लिए चेक कीजिए, उसको खुद के लिए प्रयोग करके देखिए……………

👉 आगें पढें……. 

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